प्रश्न / उत्तर
प्रश्न-18 लेखक की चिंता क्यों जाती रही?
प्रश्न-19 'हर हिस्सा असहयोग कर रहा था' इस पंक्ति में क्या व्यंग्य निहितार्थ है?
प्रश्न-20 “गज़ब हो गया। ऐसी बस अपने आप चलती है।” लेखक को यह सुनकर हैरानी क्यों हुई?
प्रश्न-21 “मैंने उस कंपनी के हिस्सेदार की तरफ़ पहली बार श्रद्धाभाव से देखा।”
लेखक के मन में हिस्सेदार साहब के लिए श्रद्धा क्यों जग गई?
प्रश्न-22 “ऐसा जैसे सारी बस ही इंजन है और हम इंजन के भीतर बैठे हैं।”
लेखक को ऐसा क्यों लगा?
प्रश्न-23 लेखक ने बस कंपनी के हिस्सेदार की तरफ पहली बार श्रद्धाभाव से देखा। लेखक को ऐसा क्यों लगा कि हिस्सेदार की योग्यता का सही उपयोग नहीं हो रहा है?
प्रश्न- 24 “मैं हर पेड़ को अपना दुश्मन समझ रहा था।” लेखक पेड़ों को अपना दुश्मन क्यों समझ रहा था?
प्रश्न-25 सविनय अवज्ञा का उपयोग व्यंग्यकार ने किस रूप में किया है? लिखिए।
प्रश्न-26 “लोगों ने सलाह दी कि समझदार आदमी इस शाम वाली बस से सफ़र नहीं करते।” लोगों ने यह सलाह क्यों दी?
प्रश्न-27 आशय स्पष्ट कीजिए-.
'गज़ब हो गया। ऐसी बस अपने आप चलती है।'
'अगर इसका प्राणांत हो गया तो इस बियाबान में हमें इसकी अंत्येष्टि करनी पड़ेगी।'