प्रश्न
प्रश्न-1 राजा शूरसेन कौन थे?
प्रश्न-2 राजा शूरसेन की कन्या का क्या नाम था?
प्रश्न-3 कुंतीभोज कौन थे?
प्रश्न-4 राजा शूरसेन ने कुंतीभोज को क्या वचन दिया था?
प्रश्न-5 कुंतीभोज के यहाँ आने पर पृथा का नाम क्या पड़ गया?
प्रश्न-6 कुंती ने बचपन में कौन से ऋषि की सेवा की?
प्रश्न-7 ऋषि दुर्वासा कुंती से क्यों प्रसन्न थे?
प्रश्न-8 ऋषि दुर्वासा ने कुंती को कौन सा वरदान दिया?
प्रश्न-9 कर्ण कौन थे?
प्रश्न-10 कर्ण के शरीर पर जन्म से क्या था?
प्रश्न-11 अधिरथ कौन था?
प्रश्न-12 अधिरथ को पेटी में क्या मिला?
प्रश्न-13 पेटी में बालक को देख कर अधिरथ की क्या प्रतिक्रिया थी?
प्रश्न-14 कर्ण का पालन पोषण कहाँ हुआ?
प्रश्न-15 कुंती का विवाह किसके साथ हुआ?
प्रश्न-16 राजा पांडु का दूसरा विवाह किसके साथ हुआ?
प्रश्न-17 ऋषि दम्पति ने राजा पांडु को क्यों शाप दिया?
प्रश्न-18 पाण्डु ने पितामह भीष्म तथा विदुर को राज्य का भार क्यों सौंप दिया?
प्रश्न-19 पाँच पांडवों का जन्म कैसे हुआ?
प्रश्न-20 किसने किससे कहा?
“कुंतीभोज - कन्ये तुम किसी भी देवता का ध्यान करोगी, तो वह अपने ही समान एक तेजस्वी पुत्र प्रदान करेगा।”