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    • कामचोर 

      प्रश्न / उत्तर

       

      प्रश्न-16   कहानी में भागते भेड़ों की तुलना किससे की गई हैं और क्यों?

      उत्तर – कहानी में सूप के पीछे भागती भेड़ों की तुलना जर्मनी के टैंकों बमबारी सेना से की गई है क्योंकि भेड़ें जहाँ से भी गुजर रहीं थी वे सबकों निःसंकोच रौंदती जा रही थीं।

       

      प्रश्न-17   क्या बच्चों ने उचित निर्णय लिया कि अब चाहे कुछ भी हो जाए, हिलकर पानी भी नहीं पिएँगे।

      उत्तर – बच्चों द्वारा लिया गया निर्णय उचित नहीं था क्योंकि स्वयं हिलकर पानी न पीने का निश्चय उन्हें और भी कामचोर बना देगा। वे कभी-भी कोई काम करना सीख ही नहीं पाएँगें।



      प्रश्न-18   पानी भरते समय नल पर कैसा दृश्य था?

      उत्तर – पानी भरते समय नल पर घमासान मचा हुआ था। एक भी बूँद पानी का किसी के बर्तन में न आ सका क्योंकि वहाँ ठूसम - ठास हो रही थी। पहले तो धक्के चले, फिर कुहनियाँ और उसके बाद बर्तन। इस धींगामुश्ती में कुछ बच्चे कीचड़ में लथपथ भी हो गए।

       

      प्रश्न-19   पाठ में तरकारीवाली के साथ कौन सी घटना घटी?

      उत्तर - तरकारीवाली मटर की फलियाँ तोल - तोल कर रसोइए को दे रही थी। इतने में ही भेड़ें सूप को भूल कर तरकारीवाली की टोकरी पर टूट पड़ी। उसने तरकारी बचाने के लिए कोशिश की परन्तु सब्जियों को बचा नहीं पाई। ज़रा सी देर में भेड़ों ने सब्जियाँ साफ कर दी।

       

      प्रश्न-20   “धुली-बेधुली बालटी लेकर आठ हाथ चार थनों पर पिल पड़े।” धुली शब्द से पहले ‘बे’ लगाकर बेधुली बना है। जिसका अर्थ है ‘बिना धुली’ ‘बे’ एक उपसर्ग है। ‘बे’ उपसर्ग से बननेवाले कुछ और शब्द हैं- बेतुका, बेईमान, बेघर, बेचैन, बेहोश आदि। आप भी नीचे लिखे उपसर्गों से बननेवाले शब्द खोजिए-

      1. प्र ………….

      2. आ ………….

      3. भर ………….

      4. बद ………….

      उत्तर -  1. प्र–प्रभाव, प्रबल, प्रयोग, प्रचलन, प्रदीप, प्रकोप, प्रवचन

      2. आ–आभार, आजन्म, आगत, आदान, आगम, आमरण

      3. भर– भरमार, भरसक, भरपेट, भरपूर

      4. बद– बदमिज़ाज, बदनाम, बदरंग, बदतर, बदसूरत



      प्रश्न-21   ‘कामचोर’ कहानी क्या संदेश देती है?

      उत्तर – 'कामचोर' से यही सीख मिलती है कि काम के लिए समझदारी होना आवश्यक है। पाठ में अब्बा ने बच्चों को काम तो दे दिया परन्तु उन्हें किस प्रकार करना है वह बच्चों को नहीं समझाया। बच्चों को घर के कामों से अनभिज्ञ नहीं होना चाहिए। उन्हें उनके स्वभाव के अनुसार, उम्र और रूचि ध्यान में रखते हुए काम कराना चाहिए। जिससे बचपन से ही उनमें काम के प्रति लगन तथा रूचि उत्पन्न हो सके।

       

      प्रश्न-22   बिना सोचे विचारे किए गए कार्य का परिणाम सही नहीं होता। पाठ के आधार पर इस पंक्ति की पुष्टि कीजिए।

      उत्तर – कहानी 'कामचोर' में बच्चों ने बिना सोचे विचारे काम किए जिनके दुष्परिणाम पूरे घर को भुगतना पड़ा। दुर्घटना भी होते - होते बची। अब्बा ने क्रोध में फैसला लिया और बच्चों को काम तो दे दिया परन्तु क्रोध में लिया गया फैसला गलत ही होता है। बच्चों में काम करने का खूब जोश था परन्तु उन्हें अनुभव नहीं था। अंत में अब्बा को अपना फैसला वापस लेना पड़ा।

       

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