बाज और साँप
प्रश्न / उत्तर
प्रश्न-13 बाज ज़िंदगी भर आकाश में ही उड़ता रहा फिर घायल होने के बाद भी वह उड़ना क्यों चाहता था?
उत्तर – वह साँप की उस अन्धेरी गुफा में अपने प्राणों को त्यागकर अपना अन्तिम समय व्यर्थ नहीं जाने देना चाहता था। वह अपने अंतिम समय में भी सुख को अनुभव करना चाहता था जो उसे सदैव स्वछंद उड़ते हुए प्राप्त होता था। वह अंतिम क्षण तक संघर्ष करना चाहता और कायर की मौत नहीं मरना चाहता था। इसीलिए घायल होने के बाद भी वह उड़ना चाहता था।
प्रश्न-14 साँप उड़ने की इच्छा को मूर्खतापूर्ण मानता था। फिर उसने उड़ने की कोशिश क्यों की?
उत्तर – साँप के लिए आकाश में उड़ना कोई महत्वपूर्ण बात नहीं थी परन्तु जब उसने बाज के मन में आकाश में उड़ने के लिए तड़प देखी तब साँप के मन में उस आकाश के प्रति इच्छा पैदा हो गई। वह सोचने लगा कि "आकाश की असीम शून्यता में क्या ऐसा आकर्षण छिपा है जिसके लिए बाज ने अपने प्राण गवाँ दिए? न जाने आकाश में क्या खजाना रखा है? इस रहस्य का पता लगाने के लिए उसने उड़ने की कोशिश की।
प्रश्न-15 कहानी में से वे पंक्तियाँ चुनकर लिखिए जिनसे स्वतंत्रता की प्रेरणा मिलती हो।
उत्तर – कहानी की स्वतंत्रता से संबंधित पंक्तियाँ –
1. जब तक शरीर में ताकत रही, कोई सुख ऐसा नहीं बचा जिसे न भोगा हो। दूर-दूर तक उडानें भरी हैं, आकाश की असीम ऊँचाइयों को अपने पंखों से नाप आया हूँ।
2. “आह! काश, मैं सिर्फ एक बार आकाश में उड पाता।”
3. पर वह समय दूर नहीं है, जब तुम्हारे खून की एक-एक बूँद जिंदगी के अँधेरे में प्रकाश फैलाएगी और साहसी, बहादुर दिलों में स्वतंत्रता और प्रकाश के लिए प्रेम पैदा करेगी।
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