Topic outline

    • पहला, दूसरा और तीसरा दिन

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      प्रश्न / उत्तर

      प्रश्न-1  कौरव-सेना में कौन से वीर अर्जुन का मुकाबला कर सकते थे? 

      उत्तर - सारी कौरव-सेना में तीन ही ऐसे वीर थे, जो अर्जुन का मुकाबला कर सकते थे- भीष्म, द्रोण और कर्ण।

       

      प्रश्न-2  युद्ध के समय पांडवों और कौरवों की सेना के अग्रभाग में कौन रहा करते थे? 

      उत्तर - कौरवों की सेना के अग्रभाग पर प्रायः दु:शासन ही रहा करता था और पांडवों की सेना के आगे भीमसेन।

       

      प्रश्न-3  पहले दिन की लड़ाई में हुई दुर्गति से पांडवों ने क्या सबक लिया?

      उत्तर- पहले दिन की लड़ाई में पांडव-सेना की जो दुर्गति हुई थी, उससे सबक लेकर पांडव-सेना के नायक धृष्टद्युम्न ने दूसरे दिन बड़ी सतर्कता के साथ व्यूह-रचना की और सैनिकों का साहस बँधाया।

       

      प्रश्न-4 आप कैसे कह सकते हैं कि इस युद्ध में संबंधो का कोई मूल्य नहीं रह गया था?

      उत्तर – बाप ने बेटे को मारा। बेटे ने पिता के प्राण लिए। भानजे ने मामा का वध किया। मामा ने भानजे का काम तमाम किया। युद्ध का यह दृश्य पुष्टि करता है कि इस युद्ध में संबंधो का कोई मूल्य नहीं रह गया था।

       

      प्रश्न-5  पहले दिन की लड़ाई में पांडवों की क्या स्तिथि रही?

      उत्तर- पहले दिन की लड़ाई में भीष्म ने पांडवों पर ऐसा हमला किया कि पांडव-सेना थर्रा उठी। युधिष्ठिर के मन में भय छा गया। दुर्योधन आनंद के कारण झूमता हुआ दिखाई दिया। पांडव घबराहट के मारे श्रीकृष्ण के पास गए। श्रीकृष्ण ने युधिष्ठिर और पांडव-सेना का धीरज बँधाया। 

       

      प्रश्न-6 तीसरे दिन की लड़ाई में कौरवों की क्या स्तिथि रही?

      उत्तर – भीमसेन द्वारा चलाए एक बाण से दुर्योधन जोर का धक्का खाकर बेहोश हो गया और रथ पर गिर पड़ा। यह देखकर उसके सारथी ने दुर्योधन को लड़ाई के मैदान हटाकर छावनी की ओर ले गया। अनुशासन के टूटने से सैनिकों में भगदड़ मच गई। इस बिखरी हुई सेना को फिर से इकट्ठा करके भीष्म ने पांडवों पर हमला किया परन्तु शाम होते-होते कौरव-सेना बड़ी बुरी तरह से हार गई।



      प्रश्न-7  युद्ध के दूसरे दिन पांडवों ने कैसा प्रदर्शन किया?   

      उत्तर-  अर्जुन  ने इस कुशलता से युद्ध किया कि कौरव-सेना के सभी महारथी देखकर दंग रह गए। अर्जुन और भीष्म के बीच बड़ी देर तक युद्ध होता रहा फिर भी हार-जीत का कोई निर्णय हो सका। सात्यकि द्वारा छोड़े गए एक बाण ने भीष्म के सारथी को मार गिराया। सारथी के गिर जाने पर घोड़े हवा से बातें करते हुए अत्यंत वेग से भाग खड़े हुए। इससे कौरव-सेना में बड़ी तबाही मची।

       

      प्रश्न-8  युद्धक्षेत्र में श्रीकृष्ण को क्रोध क्यों आया और यह देखकर अर्जुन की क्या प्रतिक्रिया हुई?

      उत्तर- भीष्म के छोड़े गए कई बाण अर्जुन एवं श्रीकृष्ण के शरीर पर लग गए। इस पर श्रीकृष्ण को असीम क्रोध गया। उनसे रहा गया। उन्होंने खुद भीष्म को मारने की ठानी। अर्जुन यह देखकर सन्न रह गया। अर्जुन के आग्रह पर श्रीकृष्ण वापस लौटकर फिर से अर्जुन का रथ हाँकने लगे। श्रीकृष्ण के इस कार्य से अर्जुन उत्तेजित हो उठा और कौरव-सेना पर वह वज्र के समान गिरा। शाम होते-होते कौरव-सेना बड़ी बुरी तरह से हार गई।