पांडवों की रक्षा (Page 23)
Image from NCERT book
प्रश्न / उत्तर
प्रश्न-1 लाख के भवन से बचकर पांडव कहाँ चले गए?
उत्तर- लाख के घर को जलता हुआ छोड़कर पाँचों भाई माता कुंती के साथ बच निकले और जंगल में चले गए।
प्रश्न-2 लाख के भवन में आग किसने लगाई?
उत्तर- लाख के भवन में आग भीमसेन ने लगाई।
प्रश्न-3 युधिष्ठिर के सलाह पर माता कुंती ने क्या किया?
उत्तर - युधिष्ठिर की सलाह से माता कुंती ने एक बड़े भोज का प्रबंध किया और नगर के सभी लोगों को भोजन कराया।
प्रश्न-4 पाँचों भाई माता कुंती के साथ लाख के भवन से बाहर कैसे निकले?
उत्तर - आधी रात के समय भीमसेन ने भवन में कई जगह आग लगा दी और फिर पाँचों भाई माता कुंती के साथ सुरंग के रास्ते अँधेरे में रास्ता टटोलते-टटोलते बाहर निकल गए।
प्रश्न-5 पुरोचन की मृत्यु कैसे हुई?
उत्तर - आधी रात के समय भीमसेन ने भवन में कई जगह आग लगा दी। वही आग पुरोचन के रहने के मकान में भी लग गई। पुरोचन का मकान और स्वयं पुरोचन भी आग की भेंट हो गया।
प्रश्न-6 पांडवों के भवन को भयंकर आग की भेंट होते देखकर लोगों की क्या प्रतिक्रिया हुई?
उत्तर - पांडवों के भवन को भयंकर आग की भेंट होते देखकर लोग हाहाकार मचाने लगे। कौरवों के अत्याचार से जनता क्षुब्ध हो उठी और तरह-तरह से कौरवों की निंदा करने लगी। लोग क्रोध में अनाप-शनाप बकने लगे, हाय-तौबा मचाने लगे।
प्रश्न-7 भवन जलने की खबर हस्तिनापुर कैसे पहुँची?
उत्तर - वारणावत के लोगों ने तुरंत ही हस्तिनापुर में खबर पहुँचा दी कि पांडव जिस भवन में ठहराए गए थे, वह जलकर राख हो गया है और भवन में कोई भी जीता नहीं बचा।
प्रश्न-8 धृतराष्ट्र और उनके बेटों ने पांडवों की मृत्यु के बारे में सुनकर क्या किया?
उत्तर - धृतराष्ट्र और उनके बेटों ने पांडवों की मृत्यु पर बड़ा शोक मनाया। वे गंगा-किनारे गए और पांडवों तथा कुंती को जलांजलि दी।
प्रश्न-9 पांडवों की मृत्यु से शोकग्रस्त पितामह को किसने और कैसे चिंतामुक्त किया?
उत्तर - पितामह भीष्म तो मानो शोक के सागर ही में थे, पर उनको विदुर ने धीरज बँधाया और पांडवों के बचाव के लिए किए गए अपने सारे प्रबंध का हाल बताकर उन्हें चिंतामुक्त कर दिया।
प्रश्न-10 महाबली भीम ने माता कुंती और चारों भाई को थका देख क्या किया? उत्तर - महाबली भीम ने माता को उठाकर अपने कंधे पर बैठा लिया और नकुल एवं सहदेव को कमर पर ले लिया। युधिष्ठिर और अर्जुन को दोनों हाथों से पकड़ लिया और वह उस जंगली रास्ते में तेज़ी से चलने लगा।