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    • महाभारत कथा (Page 1 & 2)

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      प्रश्न / उत्तर

      प्रश्न-1  महाभारत की कथा किसकी देन है?

      उत्तर-  महाभारत की कथा महर्षि पराशर के कीर्तिमान पुत्र वेद व्यास की देन है ।

       

      प्रश्न-2   व्यास जी ने महाभारत की कथा सबसे पहले किसे कंठस्थ कराई थी?

      उत्तर-  व्यास जी ने महाभारत की कथा सबसे पहले अपने पुत्र शुकदेव को कंठस्थ कराई थी और बाद में अपने दूसरे शिष्यों को ।

       

      प्रश्न- मानव जाति में महाभारत की कथा का प्रसार किसके द्वारा हुआ?

      उत्तर -  मानव जाति में महाभारत की कथा का प्रसार महर्षि वैशंपायन के द्वारा हुआ ।

       

      प्रश्न-4   महर्षि वैशंपायन कौन थे?

      उत्तर -  महर्षि वैशंपायन व्यास जी के प्रमुख शिष्य थे ।

       

      प्रश्न-5   किसके यज्ञ में सूत जी भी मौजूद थे?

      उत्तर -  महाराजा परीक्षित के पुत्र जनमेजय के यज्ञ में सूत जी भी मौजूद थे ।

       

      प्रश्न-6   सूत जी के द्वारा बुलाई गयी सभा के अध्यक्ष कौन थे?

      उत्तर -  सूत जी के द्वारा बुलाई गयी सभा के अध्यक्ष महर्षि शौनक थे ।



      प्रश्न-7   महाराजा शांतनु के बाद किसको हस्तिनापुर की गद्दी मिली?

      उत्तर -  महाराजा शांतनु के बाद उनके पुत्र चित्रांगद को हस्तिनापुर की गद्दी मिली ।

       

      प्रश्न-8   बाद में हस्तिनापुर की गद्दी विचित्रवीर्य को क्यों दी गई?

      उत्तर -  चित्रांगद की अकाल मृत्यु के बाद उनके भाई विचित्रवीर्य को हस्तिनापुर की गद्दी दी गई ।

       

      प्रश्न-9   विचित्रवीर्य के दो पुत्रों के नाम लिखो ।

      उत्तर -  विचित्रवीर्य के दो पुत्रों के नाम हैं - धृतराष्ट्र और पांडु ।

       

      प्रश्न-10   धृतराष्ट्र ज्येष्ठ पुत्र थे फिर पांडु को गद्दी पर क्यों बिठाया गया?

      उत्तर -  धृतराष्ट्र जन्म से अंधे थे इसलिए उस समय की निति के अनुसार पांडु को गद्दी पर बिठाया गया ।

       

      प्रश्न-11   पांडु की कितनी रानियाँ थीं? उनके नाम लिखें ।

      उत्तर -  पांडु की दो रानियाँ थीं - कुंती और माद्री ।

       

      प्रश्न-12   पांडु अपनी दो रानियाँ के साथ जंगल क्यों गए?

      उत्तर -  पांडु अपनी दो रानियाँ के साथ अपने किसी अपराध के प्रायश्चित के लिए तपस्या करने जंगल में गए ।

       

      प्रश्न-13   पांडु के कितने पुत्र थे?

      उत्तर -  पांडु के पाँच पुत्र थे ।

       

      प्रश्न-14   पांडवो का पालन-पोषण किनके द्वारा और कहाँ हुआ?

      उत्तर -  पांडवो का पालन-पोषण ऋषि मुनियों के द्वारा जंगल में हुआ ।



      प्रश्न-15   युधिष्ठिर के सोलह वर्ष के होने पर ऋषियों ने पांडवों को किन्हें सौंप दिया?

      उत्तर -  युधिष्ठिर के सोलह वर्ष के होने पर ऋषियों ने पांडवों को हस्तिनापुर ले जाकर पितामह भीष्म को सौंप दिया ।

       

      प्रश्न-16   कौरव पांडवों से क्यों जलते थे?

      उत्तर -  पाँचों पांडव बुद्धि से तेज़, शरीर से बली और मधुर स्वभाव के थे । पांडवों के गुण सबको मोह लिया करते थे । यह देखकर कौरव उनसे जलते थे ।

       

      प्रश्न-17   कुरु राज्य का बटवारा किस प्रकार हुआ?

      उत्तर -  कुरु राज्य के दो हिस्से किए गए । कौरव हस्तिनापुर में ही राज करते रहे और पांडवों को एक अलग राज्य दे दिया गया, जो आगे चलकर इंद्रप्रस्थ के नाम से मशहूर हुआ ।

       

      प्रश्न-18   राजा लोगों के बीच कौन सा खेल खेलने का रिवाज था?

      उत्तर -  राजा लोगों के बीच चौसर खेलने का रिवाज था ।

       

      प्रश्न-19   पांडवो का राज्य कैसे छिना और उन्हें क्या भोगना पड़ा?

      उत्तर -  चौसर के खेल में शकुनि ने युधिष्ठिर को हरा दिया । इसके फलस्वरूप पांडवों का राज्य छिन गया और उनको तेरह वर्ष का वनवास भोगना पड़ा ।

       

      प्रश्न-20   खेल की क्या सर्त थी?

      उत्तर -  सर्त यह थी कि बारह वर्ष के वनवास और एक वर्ष का अज्ञातवास भोगने के बाद पांडवों को उनका राज्य लौटा दिया जाएगा ।



      प्रश्न-21   कौरव और पांडवों में युद्ध का क्या कारण था?

      उत्तर -  दुर्योधन ने पांडवों को राज्य लौटने से इंकार कर दिया था । येही कौरव और पांडवों के बिच युद्ध का कारण बना ।